Khafa Shayari : हम जिससे प्यार करते है अगर वही हमसे नाराज हो जाए तो कुछ भी अच्छा नही लगता है। ऐसे में आशिक को ना चाँद की चाँदनी अच्छी लगती है।और ना दिन का उजाला। इस दुनिया में हर इंसान किसी ना किसी से प्यार करता है, और प्यार में रूठना मानना तो लगा रहता है। अगर आप किसी से बहुत प्यार करते है।
दोस्तो, आज की पोस्ट में हम आपके लिये लेकर आये है। खफा पर सबसे बेहतरीन शायरियां, जिन्हे आप सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते है। इसमें हमने आपके साथ Zindagi se khafa shayari साझा कर रहे है। हम गुजारिश करते है कि आप सभी दोस्तो को हमारी टीम द्वारा लिखी गई है बेहतरीन शायरियां पसंद आएगी।
Khafa shayari
खफा वो हमसे कुछ इस कदर हुए है
खुशियों के पल में भी वो हमसे दूर हुए है..!!!
मैंने गुजारनी है ज़िन्दगी तेरी बन्दिगी में
भले ही मुझसे मेरा खुदा खफा क्यों न हो !!
वो हमसे कुछ इस कदर खफा हुए है
लाख मनाने पर भी हमारे दिल से दूर हुए हैं..!!
ना चाहना तुम कभी किसी को टूटकर
वो एक दिन चला ही जाएगा
तुमको लूट कर.!!
अंदाज-ऐ-खफा भी
तेरी एक अदा है
तुमसे दूर होना भी
हमारी एक सजा है..!
वो रुठे हमसे ऐसे की
कुछ ख्वाब अधूरे रह गए
कुछ आंसू आंखो से बह गए..!
मैं जितनी खफा होती हूं
तो उतना ही प्यार जताएं
ए मेरे हमराही तुझे
मेरी उम्र लग जाए..!
आजकल वो हमसे कुछ
खफा से रहने लगे है
ना जाने ऐसी कौन सी बात है
जो हमसे छुपाने लगे है..!
खफा हो जाती जिंदगी
अगर साथ छोड़ देती
खफा हो जाती मेरी मोहब्बत
अगर प्यार छोड़ देती..!
जिस शख्स को देखकर
दिन में ख्वाब देखते रहे
उसके शहर को छोड़कर
खफा कर दिया हमने..!
Khafa shayari in hindi
खफा नहीं हूँ तुझसे ए जिंदगी
बस जरा दिल लगा बैठा हूँ
इन उदासियों से !!
हर बार इल्जाम हम पर लगाना ठीक नहीं
वफ़ा खुद से नहीं होती खफा हम पर होते हो !!
इतना तो बता जाओ
खफा होने से पहले
वो क्या करें जो तुम से खफा
हो नहीं सकते !!
मुझे न सताओ इतना कि मैं खफा
हो जाऊं तुमसे
मुझे अच्छा नहीं लगता अपनी
सासों से जुदा होना !!
अजीब शख्स है नाराज हो के हंसता है
मैं चाहता हूँ खफा हो तो खफा ही लगे !!
Khafa status in hindi
वो ढूढ़ रहे थे मुझ को भूल
जाने के तरीके
खफा हो कर उनकी मुश्किल
आसान कर दी हमने !!
उस से खफा होकर भी देखेंगे एक दिन
की उसके मानाने का अंदाज़ कैसा है !!
रूठ जाना तो मोहब्बत की अलामत है मगर
क्या खबर थी मुझ से वो इतना
खफा हो जाएगा !!
रुठने का हक हैं तुझे
पर वजह बताया कर
खफा होना गलत नहीं
तू खता बताया कर !!
थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बातें
तो किया करो
चुपचाप रहती हो तो खफा-खफा
सी लगती हो !!
लोग कहते हैं कि तू अब भी ख़फ़ा है मुझसे
तेरी आँखों ने तो कुछ और कहा है मुझसे !!
हुस्न यूँ इश्क़ से नाराज है अब
फूल खुशबू से खफा हो जैसे !!
उसके होंठों पे कभी बददुआ
नहीं होती
बस इक माँ है जो मुझसे कभी
खफा नहीं होती !!
जिन्दगी कुछ गुमशुदा-सी हैं
लकीरें कुछ खफा-सी हैं
तलाश न जाने कब मुक्कमल होगी
यूं ये चंद सांसें बेवजह-सी हैं !!
गुनाह करके सजा से डरते है
ज़हर पी के दवा से डरते हैं !!
दुश्मनो के सितम का खौफ नही हमे
बस दोस्तो के खफा होने से डरते है !!
Aisi bhi kya narazgi
ख़फ़ा हैं फिर भी आ कर छेड़ जाते हैं
तसव्वुर में
हमारे हाल पर कुछ मेहरबानी
अब भी होती है !!
तेरी दोस्ती हम इस तरह निभाएँगे
तुम रोज़ खफा होना हम रोज़ मनाएँगे
पर मान जाना मनाने से
वरना यह भीगी पलकें ले के हम
कहा जाएँगे !!
दौड़ती भागती ज़िन्दगी में बस
यही तोहफा है
खूब लुटाते रहे अपनापन फिर भी
लोग खफा है !!
एक हसरत है उन्हे मानने की
वो इतने अच्छे हैं कि कभी
खफा ही नही होते !!
जो भी मिला वो हम से खफा मिला
देखो हमे मोहब्बत का क्या सिला मिला
उम्र भर रही फ़क़त वफ़ा की तलाश हमे
पर हर शख्स मुझ को ही क्यों बेवफा मिला !!
ख़फ़ा तुम से हो कर ख़फ़ा तुम को कर के
मज़ाक़-ए-हुनर कुछ फ़ुज़ूँ चाहता हूँ !!
Khudgarzi shayari
बे-सबक बात बढ़ाने की जरूरत क्या है
हम खफा कब थे मनाने की जरूरत क्या है !!
यूँ लगे दोस्त तेरा मुझसे खफ़ा हो जाना
जिस तरह फूल से खुशबू का
जुदा हो जाना !!
छेड़ मत हर दम न आईना दिखा
अपनी सूरत से ख़फ़ा बैठे हैं हम !!
वो खफा है हम से की हम हर किसी को देख कर मुस्कुराते है
पर उस को कौन समझाए की हमे हर किसी मे वो ही नज़र आती है !!
इस मतलब की दुनियादारी का
बस यही नजराना है हुजूर खूब
लुटाया अपनापन जाने क्यो
लोग फिर से खफा है..!
या वो थे ख़फ़ा हम से या हम
हैं ख़फ़ा उन से
कल उन का ज़माना था आज
अपना ज़माना है !!
Narajgi quotes in hindi
तेरी दोस्ती एक नशा है
तभी तो सारी दुनियां हमसे खफा है
ना करो हमसे इतनी दोस्ती
कि दिल हमसे पूछे तेरी धड़कन कहाँ है !!
तोड़कर अहदे-करम न आशना हो जाइये
बंदा परवर जाइये अच्छा खफा हो जाइये !!
कुछ इसलिए भी लोग अकसर
खफा रहते है मुझसे
क्योंकि मेरे लब वही कहते है जो मेरे
दिल में होता है !!
रुठने का हक हैं तुझे पर वजह बताया कर
खफा होना गलत नहीं तू खता बताया कर !!
जिस की हवस के वास्ते दुनिया हुई अज़ीज़
वापस हुए तो उसकी मोहब्बत ख़फ़ा मिली !!
नज़र में ज़ख्मे तबस्सुम
छुपा छुपा के मिला
खफा तो था वो मगर मुझ से
मुस्कुरा के मिला !!
Narajgi shayari in hindi
परवाह नहीं अगर ये जमाना खफा रहे
बस इतनी सी दुआ है की
आप मेहरबां रहे !!
प्यार चाहत फ़िक्र मोहब्बत दोस्ती और वफ़ा
सब मैं ही सीखूं और तुम बस करती रहो
बहाना-ए-खफा !!
चलो एक रस्म हम भी निभालें आज से
जो खफा है हमसे उनको भी दुआ दे दें!!
क्या कहूँ क्या है मेरे दिल की ख़ुशी
तुम चले जाओगे ख़फ़ा हो कर !!
हक़ हूँ में तेरा हक़ जताया कर
यूँ खफा होकर ना सताया कर !!
कभी बोलना वो ख़फ़ा-ख़फ़ा
कभी बैठना वो जुदा-जुदा
वो ज़माना नाज़ ओ नियाज़ का
तुम्हें याद हो कि न याद हो !!
Narazgi par shayari
खुश रहो या खफा रहो
मुझसे दूर रहो और दफा रहो !!
हर बार इल्जाम हम पर ही
लगाना ठीक नहीं
वफ़ा खुद से नहीं होती
और खफा हम पर होते हो !!
लगता है आज जिंदगी कुछ खफा है
चलिए छोड़िये कौन सी
पहली दफा है !!
छोड़ देते है उनको तंग करना
जब वो खफा खफा से हो
लेकिन जिसे अपना समझ लेते है
तो दुर हम जाने नही देते !!
खफा होने से पहले खता बता देना
रुलाने से पहले हँसना सिखा देना !!
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया
हमसे तू नाराज है किस लिए बता जरा
हमने कभी तुझे खफा तो नही किया !!
khud se khafa shayari
खफा थी शाख से शायद के जब हवा गुजरी
जमीन पे गिरते हुए फूल बेशुमार दिखे !!
तुम हसते हो मुझे हँसाने के लिए
तुम रोते हो मुझे रुलाने के लिए
तुम एक बार खफा होकर तो देखो
मर जायेंगे तुम्हें मानाने के लिए !!
करते है मोहब्बत और जताना भूल जाते है
पहले खफा होते हैं फिर मनना भूल जाते है
भूलना तो फितरत सी है ज़माने की
लगाकर आग मोहब्बत की बुझाना भूल जाते है !!
तुम खफा हो गए तो कोई खुशी न रहेगी
तुम्हारे बिना चिरागों में रौशनी न रहेगी
क्या कहें क्या गुजरेगी दिल पर
जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी !!
लब तो खामोश रहेंगे ये वादा है मेरा तुमसे
अगर कह बैठें कुछ निगाहें
तो खफा मत होना !!
सुना वो आजकल मुझसे ख़फा है
तो क्या कह दूँ उसे मैं वो बेवफा है !!
Dost khafa shayari
हमारे दिल न देने पर ख़फ़ा हो
लुटाते हो तुम्हीं ख़ैरात कितनी !!
ढूंढ़ रही है वो मुझसे ख़फ़ा होने का तरीका
सोचता हूँ थप्पड़ मारकर उसकी
मुश्क़िल आसान कर दूँ !!
या वो थे ख़फ़ा हम से
या हम हैं ख़फ़ा उन से
कल उन का ज़माना था आज
अपना ज़माना है !!
कमाल का शख्स था जिसने
ज़िंदगी तबाह कर दी
राज़ की बात है दिल उससे
खफा अब भी नहीं !!
तू छोड़ गयी तुझसे क्या खफा होना
खुदा ने ही लिखा था जुदा होना !!
काश कोई मिले इस तरह के फिर जुद़ा ना हो
वो समझे मेरे मिज़ाज़ को औऱ
कभी खफ़ा ना हो !!
Final words on khafa shayari
दोस्तों हमारी पोस्ट khafa shayari in hindi को पढ़ने के लिये आपका धन्यवाद। आशा है ये शायरी आपको बेहद पसंद आयेंगी।