Dard Shayari In Hindi : हम सभी के जीवन मे कभी ना कभी ऐसा पल जरूर आता है। जब हम काफ़ी दुख भरे समय से गुज़र रहे होते है। कभी किसी से बिछड़ने का दुख, कभी कुछ हारने के दुख, कभी किसी की याद का दुख, कुछ ना कुछ दुख हम हमेशा झेल रहे होते है। ऐसे में यह शायरी आपकी मदद करेगे। जिनके द्वारा आप अपना दुख दर्द दोस्तो के साथ बांट सकते है।
यह है सबसे बेस्ट दर्द भरी शायरी जिसके माध्यम से आप अपने दिल के दर्द को दूसरों के सामने प्रकट कर पाएंगे अपने रूठे प्रेमी को मनाएंगे। आज की पोस्ट में हम आपके साथ Zindagi Ka dard shayari साझा कर रहे है। हम गुजारिश करते है कि आप सभी दोस्तो को यह शायरियां पसंद आई होगी तो आइए दोस्तो बिना समय गवाएं इन शायरियो को पढ़ना शुरू करते है।
Dard shayari in hindi
दर्द इतना था मेरे दिल मे मै बता न सकी
आँखों में आँसू थे फिर भी गिरा न सकी..!
दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा
न चुभेगा न दिखेगा बस महसूस होगा..!
दिल के पहलू मे एक दर्द सा पाने लगे
जब अपने ही बेगाने से नजर आने लगे..!
जहन में जख्मो को
अपनो ने कुछ यूं बसाये है
जो कोई मरहम लगाये तो
आंखों ने अश्क बहाये है.!!
जिंदगी को मिले कोई हुनर ऐसा भी
सबमे मौजूद भी हो और फना हो जाए !
ख़ामोशियाँ कभी बेवजह नहीं होती
कुछ दर्द आवाज़ छीन लिया करते हैं !
तेरी यादें मुझे बहुत सताने लगी है
जब से तु मेरे दिल से दूर जाने लगी है.!!
मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है
ये कागज कलम ये गजल आख़िरी है !
Dard shayari in hindi
कि इश्क में मैं मंजिल
ढूंढने चली हूं बंजारन थी
अब मुसाफिर बनने चली हूं..!
हँसते हुए ज़ख्मो को भुलाने लगे है हम
हर दर्द के निशान मिटाने लगे है हम !
इश्क महकता रहता है
दर्द बढ़ता रहता है
वफाओं के धागों में
दिल अक्सर टूटा रहता है..!
दिल के ज़ख्मो को हवा लगती है
साँस लेना भी यहाँ आसान नही है !
मौत का दरिया था वो इश्क तो
उसका नाम ऐसे ही रखा गया था..!
तेरी मोहब्बत मे हम बैठे है
चोट खाए जिसका हिसाब न हो
सके उतने दर्द हमने पाये !
ये गमो का दरिया है जनाब
यहां जब-जब आओगे बिना
डूबे जा नही पाओगे..!
बहुत जुदा है औरो से मेरे दर्द की
कैफियत ज़ख्म का कोई पता नही
और तकलीफ की इन्तेहाँ नही !
Dard shayari in two line
जिंदगी बीत गई
आधी मेरी जिसे पाने में
ना जाने कितनी सदियां लगेगी
उस बेवफा को भुलाने में..!
किस दर्द को लिखते हो इतना डूब कर
एक नया दर्द दे दिया है उसने ये पूछकर !
मेरे दर्द ने मेरे ज़ख्मो से शिकायत की है
आँसुओं ने मेरे सब्र से बगावत की है !
रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे
एक दर्द जो दिल मे है मरता ही नही है !
दिल का दर्द छुपाना कितना मुश्किल है
ग़म में मुस्कुराना कितना मुश्किल है !
दर्द हमने संभाला है हमने आँसू बहाए हैं
बेशक वजह तुम थे पर दिल तो हमारा था !
ख़ुदकुशी जुर्म भी है सब्र की तौहीन भी है
इस लिए इश्क मे मर-मर के जिया करते है!
उलटी पड़ी हैं रेत पर सब किश्तियाँ मेरी
कोई ले गया है दिल से समंदर निकाल कर !
Bewafa dard bhari shayari
आरजू नहीं की ग़म का तूफान टल जाये
फ़िक्र तो ये है तेरा दिल न बदल जाये !
पास आकर सभी दूर चले जाते है
हम अकेले थे अकेले रह जाते है !
ज़माने में किसी पर ऐतबार मत करना
किसी की चाहत मे दिल बेकरार मत करो !
दर्द ही दर्द है दिल में बयान कैसे करें
ज़िंदगी ग़मों की गुलाम रिहा कैसे करें !
हर एक हसीन चेहरे में गुमान उसका था
बसा न कोई दिल में ये मकान उसका था !
शायरी में कहाँ सिमटता है दर्द-ए-दिल दोस्तो
बहला रहे हैं खुद को जरा कागजों के साथ !
मोहब्बत की नफ़ासत का बहाना भूल जाओगे
हमारे ज़ख्म देखोगे निभाना भूल जाओगे !
दर्द दिल में है मगर मिलते हैं हर एक से हँसकर
यही एक हुनर आया है बहुत कुछ खोने के बाद!
Final words on Dard shayari
आशा करती हूं कि आप सभी को आज की पोस्ट dard shayari पढ़ने के लिए धन्यवाद। दोस्तों ऐसे ही आप हमारे साथ जुड़े रहे हैं। हम रोजाना इस ब्लॉग पर अलग-अलग टॉपिक पर शायरियां लेकर आते हैं। और आप हमें सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते हैं।