271+ Dussehra Shayari | BEST विजयदशमी पर शायरी {2024}

Dussehra Shayari : भारत को त्योहारो का देश कहा जाता है। जिनमें दशहरा भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। दशहरे का पर्व हिंदी कैलेंडर के अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है। यह दिन बहुत खास होता है और पूरे भारत के साथ-साथ इसे नेपाल और बांग्लादेश में भी इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाते है। इसी दिन प्रभु श्री राम ने राक्षस राज रावण को मार कर लंका पर विजय हासिल की थी।

तो इसलिए दोस्तो इस त्यौहार को और भी खूबसूरत और हसीन बनाने के लिए हमने आज की न्यू ब्लॉग पोस्ट में आप सभी दोस्तो को विजयदशमी पर कुछ चुनिंदा शायरियो का कलेक्शन लेकर आए है। इसमें हम आपके साथ दशहरा बधाई सन्देश, Dussehra shayari image साझा कर रहे है। हम आशा करते है कि आप सभी दोस्तो को यह शायरियां पसंद आएगी।

Dussehra shayari

रावण की तरह न हो दिल में कोई दाग
सच्ची राह पर चलें यही है आज का भाग..!!!

सत्य की विजय और असत्य का अंत
दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएँ..!!!

दशहरा के इस पावन पर्व पर
आपके जीवन में खुशियों की बहार हो..!!!
जय श्री राम !!!

Dussehra shayari

आयो दशहरा बुराई का नाश करे
सच्चाई की राह पर हम सब साथ चलें..!!!

dussehra par shayari

आओ दोस्तो अपने अंदर की बुराई को खत्म करते है
कुछ अंदाज में इस दशहरे का त्यौहार मनाते है..!!

Dussehra shayari wallpaper

दशहरा आया विजय का पर्व मनाने
बुराई को मिटाने अच्छाई को जगाने..!!!

Happy Dussehra shayari

धनुष की तान से बजी बुराई की हार
दशहरे का दिन लाए सबको प्यार..!!!

दशहरा पर शायरी

दशहरे का त्योहार जीवन में उम्मीद जगाता है
हमारे अंदर की बुराई को खत्म करके
अच्छाई का दीप जलता है..!!

Dussehra shayari in hindi

Dussehra shayari32

हमारे समाज में सीता को नासमझ कर
सब लोग आज दशहरा मना रहे है
अंदर के रावण को
छोड़ आज पुतले जला रहे है.!!

अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है दशहरा
जनाब इसीलिये इतना खास है ये दशहरा..!!

happy dusshera1

अच्छाई की शुरुआत हमसे होती है
बुराई का अंत भी हमी से होना चाहिए..!

इस विजयदशमी पर आपके मन में हो उमंग
सच्चाई की राह पर चले और बुराई का हो अंत..!!!

Dussehra shayari35

जो खुद में राम ना ढूंढ पाए बस
राम-राम चिल्लाते हो रावण छिपा है
खुद के अंदर ही बाहर किसे जलाते हो..!

सच्चाई की विजय हो बुराई का अंत
आपको मिले खुशियाँ और जीवन में हो संत..!!!

Dussehra shayari

सबके दिल में प्रभु श्रीराम का वास चाहिए
मन के रावण का दशहरे पर विनाश चाहिए..!

झुक जाती है बुराई अच्छाई
के आगे नियत हो साफ तो
खुशियां आती है तब से आगे..!

Two line dussehra shayari

dussehra shayari image

इस दशहरे पर सभी के दुख दूर करती है
मां दुर्गा सभी के जीवन
को खुशियो से भर देती है..!!

जब तक हर इंसान प्रभु
श्री राम के पथ पर चलेगा
तब तक कोई भी रावण
सीता का हरण नही करेगा..!

लाख अच्छाइयो के
बावजूद भी वो बुरा बन गया
पराई स्त्री का अपहरण
उसे महंगा पड़ गया..!

क्रोध द्वेष और ईर्ष्या
को जड़ से मिटाना है
इस दशहरे पर हमे सभी के
अंदर इंसानियत को जगाना है..!

dussehra par shayari

आने वाली पीढ़ी को नई राह दिखाते है
इस दशहरे पर अधर्म को जलाते है..!

प्रभु श्री राम ने रखा था
अपनी मर्यादा का मान
इसीलिए बनी थी उनके
व्यक्तित्व की पहचान..!

दिल से करे प्रभु
श्री राम की जय
जयकार तभी आएगी
जीवन में खुशियां अपार..!

इस बार दशहरे में
तुम भी कुछ अनोखा देखोगे
जो जला चुके राम को अपने
भीतर उनको दशानन जलता देखोगे..!

Vijayadashami par shayari

dussehra ki shayari

अधर्म पर धर्म के प्रतीक
की चारो ओर जय जयकार हो
इस विजयदशमी पर आपके
द्वार में खुशियां हजार हो..!

याद रखो ये दिन विजय
गाथा का पहला पृष्ठ है
अहं से ही रावण मरा ये
सत्य की जीत स्पष्ट है..!

रावण के पुतले के साथ
अपनी सारी चिंताएं भी जला दो
इस तरह नए अंदाज में
तुम ये दशहरा मना लो..!

अपने अहंकार को
मिटाकर राम बन जाओ
इस दशहरे पर रावण
का पुतला जलाओ..!

dussehra shayari attitude

दशहरे का पावन पर्व सत्य
की जीत का संदेश दे रहा है
बुराई का रावण अच्छाई
की आग में जल रहा है..!

रावण को शास्त्रो में महा प्रखर
और वेदो का ज्ञान बहुत था
इसलिए वो अपने अहंकार
और अभिमान में अंधा था..!

रावण का लक्ष्य दुनिया
को दर्द देना था
राम का लक्ष्य दुनिया
को खुशियां देना था..!

प्रभु का नाम लेने से मन
हो जाता है हरा भरा
आप सभी दोस्तो को
तहे दिल से हैप्पी दशहरा..!

Happy dussehra shayari

dussehra shayari for friends

रावण रूपी विचारो को
मन से दूर भगाना है
इस दशहरे पर हमे
यह संकल्प अपनाना है..!

अपने विवेक से समाज
को नई दिशा देना है
प्रभु श्री राम के जैसा
इंसान हमे बनना है..!

हम भी राम बने रखे
अपनी मर्यादा का मान
तभी बनेगी जग में अच्छे
व्यक्तित्व की पहचान..!

बुराई का अंत और
सुख का एहसास हो
श्रीराम बसे आपके दिल में
रावण कभी न आपके पास हो..!

इस दशहरे पर अमन और
शांति का संदेश लाते है
रावण रूपी विचारो
को मन से दूर भगाते है..!

अज्ञान पर हो जाए ज्ञान की जीत
अंधकार पर प्रकाश की जीत
पाप पर पुण्य पड़ता है भारी
इसी सदभावना से आपके
जीवन में आए खुशियां सारी..!

क्रोध कपट कटुता
का आज सर्वनाश करे
भीतर के रावण को मारकर
श्री राम को नमस्कार करे
इस तरह दशहरे का शुभारंभ करे..!!!


Final words on Dussehra shayari


आप सभी प्रिय पाठको को हमारी आज की ब्लॉक पोस्ट Dussehra shayari पढ़कर कैसी लगी। आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं। यदि यह शायरियां आपको पसंद आई है तो आप इन शायरियों को अपने चाहने वालों को शेयर कीजिए। इस त्यौहार के बारे में यदि आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में अपने कीमती विचार लिखकर भेजिए। हम आपके विचारो पर रिप्लाई जरूर करेंगे।