Izhaar Shayari : प्यार रब द्वारा दिया गया इंसान को एक अनमोल उपहार है प्यार का एक खूबसूरत एहसास होता है लेकिन प्यार का इजहार करना आसान नहीं होता ऐसे में आप इजहार शायरी के अंदाज में अपने प्यार का इजहार कर सकते है और अपने दिल की फिलिंग्स को अपने पार्टनर के साथ व्यक्त करने का सबसे आसान तरीका है।
तो आइए दोस्तो आज की पोस्ट इजहार शायरी में हम आपके साथ खुशी का इजहार शायरी, Izhar e mohabbat shayari शेयर कर रहे है इन शायरियों को अपने दोस्तो और पार्टनर के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कीजिए।
Izhaar shayari
जब भी मैं प्यार की कोई बात करता हूं
समझ लो मैं उससे इजहार करता हूं..!!!
तेरी आँखों में छुपी है मेरी कहानी,
बस तू हो, और मैं हूँ, यही है मेरी मनमानी..!!!
अगर मैं इजहार कर दूं अपने दिल की बात
तो क्या तुमने कि मेरी जिंदगी की रात..!!!
चाहूं अगर तुमको इसीलिए आज इजहार करता हूं
है सनम मैं तेरे आई लव यू खाने का इंतजार करता हूं..!!!
दिल की बातें कहने का हौसला तो है,
बस तेरा इशारा चाहिए जो तुझसे
मिलाने का सपना है मेरी ज़िन्दगी की कहानी..!!!
दिखता है तेरा चेहरा मेरी इन आंखों में
क्या किया जाये
मोहब्बत-ए-इजहार किया जाये
या रहने दिया जाये .!!
सीने से दिल निकाल कर
उनके हाथो में रख दिया
कुछ इस कदर मैंने उनसे
अपने प्यार का इजहार किया..!!
कोई ऐसा चाहिए जो हाथ थाम कर कहे
वक्त ही तो है आज बुरा है तो
कल बेहतरीन होगा
मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगा.!!
तुमसे इजहार-ए-इश्क कर तो दूं
मगर डरती हूं कही तुम्हे खो ना दूं !
दिल लुट जाने का इज़हार ज़रूरी तो नही
ये तमाशा सर-ए-बाज़ार ज़रूरी तो नही !!
Izhaar shayari in hindi
उनके इजहार पर इंकार कर बैठे
देख कर आज कल की मोहब्बत
उनकी मोहब्बत पर सवाल कर बैठे..!
उनकी ये ख़्वाहिश है हम जुबां से
इज़हार करे हमारी ये आरज़ू है
वो दिल की जुबां समझ ले !!
एक ख्वाहिश सिरहाने रख दो ना
आज मुझ पे तुम इनायत कर दो ना
ज़रा ख़ामोशी से तुम इजहार-ऐ-मोहब्बत कर दो ना !!
इश्क़ वही है जो हो एकतरफा हो
इज़हार-ऐ-इश्क़ तो ख्वाहिश बन जाती है
है अगर मोहब्बत तो आँखों में पढ़ लो ज़ुबान
से इज़हार तो नुमाइश बन जाती है !!
तेरे हर गम को अपना बना लूँ
आजा तुझे अपनी पलकों में छिपा लूँ !!
हयात को तेरा दुश्वार किस तरह करता
मैं तुझ से प्यार का इज़हार किस तरह करता !!
चलो इश्क के दरिया में डूब जाएं तुम तुम न रहो
मैं मैं न रहूँ हम दोनों अब एक हो जाएं !!
Izhaar shayari for boyfriend
रूठना अगर तुम्हारी आदत है
तो तुम्हें मनाना मेरा कर्तव्य है
तुम हजा़र बार रूठोगी
तो मैं लाखों बार मनाऊंगा !!
मोहब्बत का कभी इज़हार करना ही नहीं आया
मेरी कश्ती को दरिया पार करना ही नहीं आया !!
हैं सौ तरीक़े और भी ऐ बे-क़रार दिल
इज़हार-ए-शिकवा शिकवे के अंदाज़ में न हो !!
तेरी आँखो का इज़हार मै पढ़ सकता हूँ
पगली किसी को अलविदा युँ
मुस्कुराकर नहीं कहते !!
यार बता दे ज़रा कैसे करुँ मेँ
इजहार-ए-ईश्क
शायरी वोह समझती नहीँ और
अदाए हमें आती नहीँ !!
ना मेरा कभी रूठना और ना कभी
तेरा मनाना ही हम दोनों की मोहब्बत
को कम कर गया !!
किसी भी तरह वो इज़हार तो करे इक बार
नज़र से कह के ज़ुबाँ से भले मुकर जाये !
ये कहना था उन से मोहब्बत है मुझ को
ये कहने में मुझ को ज़माने लगे हैं !!
Izhaar shayari for girlfriend
किसी भी तरह वो इज़हार तो करे इक बार
नज़र से कह के ज़ुबाँ से भले मुकर जाये !!
सफर लम्बा था जिंदगी का
और तुम मिल गए भरी दुनिया में
मैं तन्हा था और तुम मिल गए !
उन्होने अपने लबो से लगाया और छोड़ दिया
वे बोले इतना जहर काफी है तेरी
कतरा-कतरा मौत के लिए !!
हमने हमारे इश्क का इजहार यूं किया
फूलों से तेरा नाम पत्थरों पे लिख दिया !!
ये बाहें हमें जब अपनी पनाहों में बुलाती है
हमें अपनी कसम हम हर सहारा भूल जाते है !
ग़म का इज़हार भी करने नहीं देती दुनिया
और मरता हूँ तो मरने नहीं देती दुनिया !!
यह और बात है कि इज़हार नहीं होता
वरना प्यार तुमसे बे-शुमार करते हैं !!
तेरा चेहरा तेरी बातें तेरी यादें
इतनी दौलत पहले कहाँ थी पास मेरे !!
Final words on Izhaar shayari
आपने आज की इस पोस्ट izhaar shayari में बारिश से सम्बंधित शायरियो का भरपूर आनंद लिया। मै आशा करती हूँ की आपको यह पोस्ट अच्छी लगी होगी। अगर आप इन शायरियो पर अपने विचार साझा करना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताएं।