Political Shayari | 341+ राजनीति पर शायरी हिंदी में (2024)

Political Shayari : यदि आप राजनीतिक या राजनीति से संबंधित कोई शायरी कहना चाहते है, तो आप इस पोस्ट में ऐसी शायरी पा सकते हैं। इस लेख में आपको राजनीतिक नेताओ पर बहुत ही छोटी और रोचक शायरियां पढ़ने को मिलेगी, जिनका उपयोग आप किसी भी भाषण या कार्यक्रम की प्रस्तुति के रूप में कर सकते है।

प्रिय पाठको आज की पोस्ट पॉलिटिकल शायरी में हमने आपके लिए यूनीक कंटेंट और एचडी क्वालिटी की इमेजेस का बेहतरीन कलेक्शन लेकर आए है इस पोस्ट में हम आपके साथ राजनीति पर शायरी शेयर कर रहे है। हम गुजारिश करते है कि आप सभी दोस्तो को यह शायरियां पसंद आई होगी।

Political shayari

लोकतंत्र जब अपने असली रंग में आता है
तो नेताओं की औकात का पता चल जाता है !!

जिनको हम चुनते है वो ही हमें धुनते है
चाहे बीवी हो या नेता दोनों कहाँ सुनते है !!

आओ दोस्तो राजनीति को एक नया मोड़ देते है
झूठे वादो को छोड़कर विकास की ओर जोड़ देते है..!!

Political shayari74

समझना मुश्किल है लेकिन बहुत आसान सी नीति हूं
हां मैं राजनीति हूं चंद लोगो की वजह से
हर वक्त जहर पीती हूं हां मैं राजनीति हूं.!!

नेता की बातों में सच्चाई का अभाव होता है
झूठ बोलना तो इनका स्वभाव होता है !!

political shayari

सरकार को गरीबों का ख्याल
कब आता है चुनाव नजदीक आ जाए तो
मुद्दा उछाला जाता है !!

सरहदों पर बहुत तनाव है क्या
कुछ पता करो चुनाव है क्या !!

Political shayari in hindi

Political shayari2

नजर वाले को हिन्दू और
मुसलमान दिखता हैं
मैं अन्धा हूँ साहब मुझे तो हर
शख्स में इंसान दिखता है !!

नए किरदार आते जा रहे है
मगर नाटक पुराना चल रहा है !!

बुलंदी देर तक किस शख़्स के
हिस्से में रहती है
बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी
खतरे में रहती है !!

न मस्जिद को जानते है
न शिवालो को जानते है जो भूखे पेट है
वो सिर्फ निवालों को जानते है !!

इस बात से सलाम करना मेरी सूरत
का अंदाजा वह लोग लगाते हे जो मुझे
सलाम टोकते है जिन्हे तू सलाम करता है !

एक चमचा बोला कि गोडसे कौन
थे मैंने जवाब दिया गोडसे आजाद
भारत के वो पहले न्यायाधीश थे जिसने फैसला
ON THE SPOT किया था !!

Political shayari two line

Political shayari7

चोर बेईमान और भ्रष्ट नेताओं की क्यो करते
हो बात लोकतंत्र की ताकत है जनता में
दिखला दो इनकी औकात !!

शेर खुद अपनी ताकत से जंगल का
राजा कहलाता है जंगल में चुनाव नहीं
होते वरना चिड़ीया भी बादशाह कहलाते !!

कैसी है ये ज़िम्मेदारी सांई की
जनता जान गयी मक्कारी सांई की
देश को लूटने वाले लूट के ले जाएं
मान गये हम चौकीदारी सांई की !!

खेल चुनाव का हो या जिंदगी
का अपना इक्का तभी दिखाना
जब सामने बिग शेर हो तब !

जो तौर है दुनिया का उसी तौर से बोलो
बहरों का इलाका है ज़रा ज़ोर से बोलो !!

चुनावों में दुनिया को देखो मुस्कुराती
और खुशिया बनाती नजर आएगी !

जहाँ सच हैं वहाँ पर हम खड़े हैं
इसी खातिर आँखों में गड़े है !!

ऐसा कोई ईलाका नही जहां अपना कहर
नहीं ऐसी कोई मोहल्ला नही
जहां अपनी चली नही !!

ये लोग पांव नही जे़हन से अपाहिज है
उधर चलेगे जिधर रहनुमा चलाता है..!!

Funny political shayari

siyasat shayari

नेता भी क्या खूब ठगते है
ये तो 5 साल बाद ही दिखते है!

वो चाहता था कि कासा खरीद ले मेरा
मैं उसके ताज की क़ीमत
लगा के लौट आया !!

दुनिया को आज मुझ पर हजारो गलतिया नजर आते है
कभी वही लोग हमारी गलती पर भी ताली बजाते है !

तबाह कर दिया अहबाब को
सियासत ने मगर मकान से
झंडा नहीं उतरता है !!

में तो इलेक्सन का बादशाह हूँ
जो सुनते भी दिल की आवाज है
और करते भी अपनी है !!

सभी एक जैसा ही लिखते है
बस मतलब बदल जाते है
सरकारे वैसे ही चलती हैं बस
वजीर-ए-आजम बदल जाते हैं !

धुआं जो कुछ घरों से उठ रहा है
न पूरे शहर पर छाए तो कहना !!

आज भी चुनावों का खेल अकेले ही खेलता हूँ
क्योंकि जनता के विरुध चाल चलना
मेने नहीं सिखा हें !!

Student and political shayari

गंदी राजनीति का यह भी एक परिणाम है
बीस रूपये एक बोतल पानी का दाम है !!

जो दोस्त हैं वो मांगते हैं सुलह की दुआ
दुश्मन ये चाहते है कि आपस में जंग हो !!

हम दिल से जरा से अच्छे हैं तभी
ही तो चुनाव जीत रहे है बुरे होते
तो जनता जीतने नही देती !!

हम अपना स्टेटस पंचायत राज
के चुनावों में अपडेट करते है
पैसों पर नहीं जनता पर राज करते हे !!

राजनीति में अब युवाओं को भी आना चाहिए
देश को ईमानदारी का आईना दिखाना चाहिए
युवा नेता शायरी !!

दुश्मनों से इलेक्सन जितने लगा हूँ
तब से उनके ख्वाब टूटने लगे हे !!

सवाल जहर का नहीं था वो तो मैं पी गया
तकलीफ लोगों को तब हुई
जब मैं फिर भी जी गया !!

आज मैं अकेला ही हूं तो क्या हुआ
एक दिन उसे भी
मेरे लिए तड़ पना ही पड़ेगा
सब सुनना साल लगेगा !!

हमारी रहनुमाओ में भला इतना गुमां कैसे
हमारे जागने से नींद में उनकी खलल कैसे !!

मुझे कर्म करने से मंजिल नही
मिल रही है अब बड़ा कांड करके
देखेंगे पंचायती राज !!

इस नदी की धार में ठंडी हवा तो आती है
नाव जर्जर ही सही लहरों से टकराती तो है!


Final words on Political shayari


अगर आपको हमारी political shayari पसंद आती है तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें, उम्मीद करता हूं दोस्तों राजनीति पर शायरी पसंद आई होगी यदि आपको राजनीति शायरी स्टेटस पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।

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